चाय

फैंसी रेस्टोरेंट में पी, फाइव-स्टार होटेल में पी,
पर कोई भी वैसी न लगी जैसी कोने की टपरी में पी,
शायद चाय में घुली थी चीनी के साथ सादगी,
शायद जीने की जिद्दोजहद, शायद कड़ी मेहनत पी